Purva janma aur santan prapti me badha

पूर्वजन्म और संतान प्राप्ति में बाधा के जन्म कुंडली में योग

  • दोस्तों जन्म कुंडली हमारे पुराने जन्म के अच्छे बुरे कर्मों का हिसाब किताब होता है जैसा कि हमारी दुकान में हमारे घर में लोगों के साथ लेन-देन का हिसाब हमें किताब में रखते हैं वैसे ही जन्मकुंडली होती है ,अगर आपको संतान प्राप्ति में बाधा आ रही है तो जिस ग्रह के कारण आ रही है उसके कुछ कारण होते हैं और उसके उपाय करने से फायदा होता है

  • जन्म कुंडली का पंचम भाव ही हमारे पूर्व जन्म का होता है यही हमारे इष्ट देवता का होता है और यही हमारी संतान सुख का भाव होता है

  • पंचम भाव में अशुभ सूर्य के कारण अगर संतान प्राप्ति में बाधा आ रही हो तो पूर्वजन्म के हमारे पूर्वजों के श्राप के कारण होता है हमसे पूर्व जन्म में हमारे पूर्वजों का अपमान उनको दुख देना जैसे कर्म शामिल होते हैं तो इससे संतान प्राप्ति में बाधा आती है इसके लिए सूर्य देव के प्रबल उपाय करने से लाभ होता है

  • जन्म कुंडली में पंचम भाव से संबंधित चंद्र अशुभ फल दे रहे हो तब पूर्वजन्म में माता के श्राप के कारण या स्त्री के श्राप के कारण संतान प्राप्ति में बाधा होती हैं ऐसे में चंद्र देव के उपाय करने से संतान प्राप्ति की बाधा दूर होती हैं और खुशियां मिलती हैं

  • जन्म कुंडली में मंगल के कारण अगर संतान प्राप्ति में बाधा हो रही हो अपने भाई बहनों से अपने मित्रों से अन्याय करने के कारण जमीन जायदाद के लिए या चोरी से या झूठ बोल कर किसी की जिंदगी बर्बाद की हो अगर ऐसा कोई बड़ा पाप हुआ हो तब मंगल के कारण संतान प्राप्ति में बाधा होती है तब मंगल के प्रबल उपाय करने से संतान प्राप्ति की बाधा दूर होती है और खुशियां मिलती है

  • जन्म कुंडली में बुध के कारण अगर संतान प्राप्ति में बाधा हो रही हो तो बुआ बेटी बहन या हिजड़े लोगों के पूर्व जन्म के श्राप के कारण संतान प्राप्ति में बाधा होती हैं भूत के प्रबल उपाय करने से लाभ होता है

  • अगर देव गुरु बृहस्पति यानी कि गुरु ग्रह के अशुभ होने पर संतान प्राप्ति में बाधा हो रही हो तब पूर्वजन्म में गुरुओं का अपमान गुरुओं के साथ अन्याय अधर्म करने पर धर्म का अपमान करने पर देवी देवताओं का अपमान करने पर संतान प्राप्ति में बाधा होती है गुरु के उपाय करने से यह बाधा दूर होती है

  • अगर शुक्र के कारण संतान प्राप्ति में बाधा हो रही हो तो स्त्री के साथ अन्याय करने के कारण स्त्री श्राप के कारण संतान प्राप्ति में बाधा होती है शुक्र के उपाय करने से यह बाधा दूर होती है और संतान सुख मिलता है

  • जन्म कुंडली के पंचम भाव के साथ शनिदेव का किसी भी प्रकार से अशुभ संबंध होने पर अगर संतान प्राप्ति में बाधा आ रही हो तो पूर्वजन्म में किसी के साथ घोर अन्याय करने के कारण अशुभ कर्म करने के कारण संतान प्राप्ति में बाधा होती है शनिदेव के प्रबल उपाय करने से संतान प्राप्ति की बाधा दूर होती है

  • जन्म कुंडली में राहु केतु के कारण अगर संतान प्राप्ति में बाधा हो रही हो

    राहु भी शनि जैसा ही ग्रह है इसके कारण बाधा आ रही हो तब पूर्वजन्म में सर्प हत्या के कारण और किसी प्रकार के प्रेत दोष भूत प्रेत से संबंधित बाहरी पीड़ा जैसे कारणों से संतान प्राप्ति में बाधा आती है ऐसे में राहु के प्रबल उपाय करने से संतान प्राप्ति का सुख मिलता है

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